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शिव ओम गुप्ता |
आम आदमी पार्टी को जरूरत से ज्यादा प्यार और वोट देकर लुटी-पुटी दिल्ली की मूर्ख जनता को अब समझ आ रहा होगा कि एक मजबूत विपक्ष का क्या मतलब होता है?
स्थिति यह है कि केजरीवाल ने पिछले एक वर्ष के कार्यकाल चिल्लाया ज्यादा है किया कुछ नहीं। यानी चील का उड़ना कम, चिल्लाना ज्यादा?
बंदे की हिम्मत देखो! एक ऑड-ईवन फॉर्मूले के छलावे से दिल्ली चुनाव से पूर्व किये उन 70 लोक लुभावन वादों को कूड़े में डाल रखा है, जिसकी असफलता की बात केजरीवाल खुद स्वीकार चुका है।
गनीमत बस इतनी है कि केजरीवाल केंद्र प्रशासित दिल्ली का मुख्यमंत्री है वरना तो दिल्ली का तो फिर भगवान ही मालिक होता?
झूठ और छल-कपट की राजनीति में माहिर केजरीवाल एंड पार्टी के दिमागी दिवालियेपन का आलम यह है कि ये अपने नकारेपन का रेडियो, टीवी और अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन के जरिये खुलासा भी कर रही हैं, लेकिन फिर भी अफीम चाटकर सो रही दिल्ली जनता और कुछ अति उत्साही टाइप के लोगों को केजरीवाल में एक महान महापुरुष और क्रांतिकारी ही नजर आ रहा है।
#OddEven #70Promises #AAP #Kejriwal
बंदे की हिम्मत देखो! एक ऑड-ईवन फॉर्मूले के छलावे से दिल्ली चुनाव से पूर्व किये उन 70 लोक लुभावन वादों को कूड़े में डाल रखा है, जिसकी असफलता की बात केजरीवाल खुद स्वीकार चुका है।
गनीमत बस इतनी है कि केजरीवाल केंद्र प्रशासित दिल्ली का मुख्यमंत्री है वरना तो दिल्ली का तो फिर भगवान ही मालिक होता?
झूठ और छल-कपट की राजनीति में माहिर केजरीवाल एंड पार्टी के दिमागी दिवालियेपन का आलम यह है कि ये अपने नकारेपन का रेडियो, टीवी और अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन के जरिये खुलासा भी कर रही हैं, लेकिन फिर भी अफीम चाटकर सो रही दिल्ली जनता और कुछ अति उत्साही टाइप के लोगों को केजरीवाल में एक महान महापुरुष और क्रांतिकारी ही नजर आ रहा है।
#OddEven #70Promises #AAP #Kejriwal
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