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रविवार, 24 मार्च 2024

सूचना सेठ... सूचना बहुत लाउड है, गर सुन सको?

सूचना सेठ, एक हाईली एजुकेटेड इंडिपेंडेंट महिला. जिंदगी में जो चाहा वो हासिल किया. मनपसंद करियर, मनपसंद ब्वॉयफ्रेंड, मनपसंद शादी और मनपसंद जिंदगी, लेकिन ऐसा क्यों हुआ कि Mindful AI की ceo सलाखों के पीछे हैं.

AI एथिक्स के 100 प्रभावशाली लोगों में शुमार रहीं सूचना सेठ बेंगलुरू बेस्ड माइंडफुल AI लैब की फाउंडर और सीईओ हैं, लेकिन निजी आवश्यकताओं और महत्वाकांक्षाओं ने आज उसकी पर्सनल ही प्रोफेशनल लाइफ तबाह कर दी है. सूचना सेठ एक बेटी, बहन, बीवी, माता से.. कुमाता बन गई है?

कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है,लेकिन कुछ ही लोग समझते हैं कि आवश्यकता की बहन महत्वाकांक्षा अविष्कार की मौसी है,जो आविष्कार की आवश्यकताओं को अनंत कर देती हैं. अवध में एक कहावत है, माई मरे मौसी जिए' इसका शाब्दिक अर्थ है कि महत्वाकांक्षाओं (मौसी) के सामने आवश्यकताएं (मांएं) बौनी हो जाती हैं.

सूचना सेठ को अगर अति महत्वाकांक्षा की शिकार महिला कहें तो गलत नहीं होगा.क्या नहीं था सूचना सेठ के पास,जीवन में जो चाहा, उससे अधिक मिला.साल 2010 में मनचाहे लड़के संग लव मैरिज के 9 साल तक सूचना और पति वेंकटरमण की जिंदगी सुहानी थी, लेकिन साल 2019 में मदर बनीं सूचना और वेंकट की शादीशुदा जिंदगी अपसाइड डाउन हो गई, जबकि सब कुछ कैनवास पर प्लान करके उकेरा गया था.

सूचना-वेंकट की लव मैरिज कुल 9 सालों तक अच्छा चला, सब कुछ अच्छा रहा, लेकिन 2019 में घर नन्हा मेहमान आया तो शादी संकट में आ गई. अंततः  9 साल पुराना प्रेम विवाह 9 महीने में टूट गया. लव मैरिज के दुखद अंत की वजह घर में आया नन्हा मेहमान बना, जो अब इस दुनिया में नहीं रहा.

सूचना सेठ,साल 2019 में केरल मूल के पति वेंकटरमण से तलाक ले लेती है. पति से हुआ अलगाव भी सूचना सेठ के काम नहीं आया, क्योंकि कस्टडी में मिले नन्हें मासूम की शक्ल पति से मिलती है.अंततः मासूम से दूरी बनाने के लिए सूचना सेठ ने वह किया,जिसके लिए मां और मां की ममता दोनों सदमे में है.

सवाल है 4 वर्षीय मासूम की मौत का असली गुनहगार कौन है? क्या तलाकशुदा पति के जैसा दिखना मासूम का कसूर था? अमूमन संतानें अपने पिता और मां जैसी शक्ल लेकर पैदा होते हैं? सूचना सेठ को पति की शक्ल वाला इतना नागवार गुजरा कि वह अपने ही बेटे की दुश्मन बन गईं और उसकी हत्या कर देती है.

लव मैरिज, मदरहुड, पैरंटहुड और डाइवोर्स आधुनिक दौर में आश्चर्यजनक घटनाएं नहीं रह गई हैं.आधुनिक समाज में इसकी स्वीकार्यता बढ़ी है.यह अब पहले जैसा टैबू सब्जेक्ट नहीं रहा. अड़ोस-पड़ोस में ऐसे खुशहाल लोग मिल जाते हैं, जो अकेले खुश हैं. लोग-बाग अब इस पर नाक-भौंह नहीं उचकाते हैं, बल्कि यह फैशन बन चुका है.फिर ऐसा क्या हुआ कि एक सिंगल मदर को बेटे का कत्ल करना पड़ गया?

यह अकेली घटना नहीं है,जिसके लिए हम आरोपी सूचना सेठ पर डायन बताकर टूट पड़ें. नई सोसाइटी में यह एक ट्रेंड्स सा बन गया है.अकेले बेंगलुरु शहर में पिछले कुछ महीनों में ऐसे तमाम केस देखने को मिले हैं,जो यह सोचने को मजबूर करते हैं कि आखिर समाज में यह कैसी विकृति जन्म ले रही है और हमें इसके जवाब तलाशने होंगे?

ऐसी घटनाओं की एक पूरी फेहरिस्त है. 4 अगस्त को एक डेंटिस्ट महिला ने अपनी 4 साल की बेटी को चौथी मंजिल से फेंक दिया, 6 अगस्त को एक अन्य महिला ने अपनी 10 साल की बेटी की हत्या के बाद खुदकुशी कर लिया, 22 अगस्त को एक 24 वर्षीय महिला ने अपनी 3 साल की बेटी को बाथ टब में डुबाकर मारा और फिर सुसाइड कर लिया.दिलचस्प यह है कि उपरोक्त सारी घटनाएं बेंगलुरू की है और सूचना सेठ भी बेंगलुरू में रहती है.
ऐसा संभव है कि सूचना सेठ ने पति और उसके जैसे दिखने वाले बच्चे दोनों से एक बार में पीछा छुड़ाने के लिए क्रूरता की हद पार करते हुए अपने 4 वर्षीय मासूम की निर्ममता से हत्या कर पति का फंसाने की कोशिश की हो, ताकि पति का जीवन बर्बाद हो जाए और उसकी बाकी जिंदगी जेल में कटे.

साइकोलॉजी कहती है कि महिला अपने पति से बदला लेने के लिए अपने ही बच्चे की हत्या कर सकती है. ऐसा करके महिला पति को इमोशनली हर्ट करना चाहती है.वह देखकर खुश भी हो सकती है कि बच्चे की मौत से उसका पति कितना दुखी है.

सूचना सेठ के मामले में यह थ्योरी सटीक हो सकती है. सूचना का तलाक 2020 में हो चुका था, उसका पति अपने बेटे से बहुत प्यार करता था. कोर्ट ने पिता वेंकट को बच्चे से फोन या वीडियो कॉल के जरिए बात करने की इजाजत दे दी थी.यही नहीं, सूचना सेठ की इच्छा के विरूद्ध जाकर कोर्ट ने नवंबर 2023 को पिता को हर रविवार घर पर बच्चे से मिलने की अनुमति भी दे दी.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सूचना को बाप-बेटे की मुलाकात पसंद नहीं थी, ऐसे में न चाहते हुए भी सूचना सेठ को पति वेंकट की शक्ल देखनी पड़ती थी, जिसकी वजह से पति की कुढ़न ने मासूम को भी आगोश में ले लिया.रिपोर्ट बताते हैं कि कई बार इस सिंड्रोम बचने के लिए सूचना सेठ ने प्रयास भी किए, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ.  

पति के वकील के मुताबिक पिछले एक साल से बंगलुरू के एक फैमिली कोर्ट में दोनों के बीच बच्चे की कस्टडी की लड़ाई भी चली.घटना से पहले रविवार को सूचना सेठ का पति वेंकट बेटे से मिलने आने वाला था. यही वह वजह रही होगी कि सूचना सेठ शनिवार को ही बच्चे को लेकर गोवा चली गई.

रिपोर्ट कहती है मासूम की मौत से पहले सूचना सेठ के पति वेंकट का वीडियो कॉल आया था और दोनों बाप-बेटे ने बात की थी.पति ने गोवा पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उन्हें पिछले पांच रविवार से बेटे से नहीं मिलने दिया.सूचना सेठ को पति और बेटे के बीच मुलाकातों और बातों का सिलसिला कुरेद रहा था. संभव है इसीलिए सूचना सेठ ने मामले को जड़ से समाप्त करने का निर्णय कर लिया और पति को बड़ा दुख देने के लिए गोवा पहुंचकर उसने अपने ही चार साल के मासूम की हत्या कर दी.

ऐसी ही एक घटना 22 फरवरी 2023 को मध्य प्रदेश के हरदा जिले में हुई थी,जब संजू नामक एक महिला ने अपनी 9 दिन की बच्ची की इसलिए हत्या कर दी थी,क्योंकि वह अपने पति को सजा देना और दुखी देखना चाहती थी. इसे एक घटना की तरह देख कर आगे बढ़ा जा सकता है, लेकिन अब ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों की मनोवृतियों का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण जरूरी हो गया है.

नि:संदेह हम तकनीकी रूप से विकसित हुए हैं, आगे और भी मुकाम बनेंगे, लेकिन एक समाज के रूप में हम पिछड़ते जा रहे हैं. परिवारिक और सामाजिक ढांचों में पड़ रही दरार के सुराख बड़े हो जाए, इससे पहले हमें संभलना होगा. वरना मशीनी युग में रिश्तों की सिर्फ दुहाई दी जाएगी, निभाना हम सब भूल चुके होंगे. सूचना सेठ के बरक्स यह सूचना उन सभी के हित में जारी हैं, जिन्होंने महत्वाकांक्षा में अपनी आश्यकताएं अनंत कर ली हैं.