हिंदुस्तान में जब से मोदी सरकार आई है विदेशों में रह रहे भारतीयों में अपनी मुश्किलों और समस्याओं को लेकर सजगता बढ़ी है। पहले या तो उनकी सुनवाई नहीं होती थी या एनआरआई भारतीयों को पूर्ववर्ती सरकारों पर इतना भरोसा नहीं था कि मदद भी होगी?
क्योंकि ऐसी खबरें मीडिया के किसी भी माध्यम में न के बराबर सुर्खियों में रही हैं? आज की खबर है कि सउदी अरब के जेद्दा शहर में 10,000 से अधिक बेरोजगार भारतीय भूखे मरने को अभिसप्त हैं। पता चला है कि उन्होंने मोदीे सरकार से खुद के बचाने की गुहार की है।
हमेशा की तरह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मामले को संज्ञान में लिया है और जेद्दा में बेरोजगार और भूखे भारतीयों की मदद के लिए आगे आईं हैं और सउदी अरब में मौजूद भारतीय दूतावास से उन्हें मुफ्त आनाज वितरित करवाने का आदेश दिया है।
मुझे याद है जब से मोदी सरकारों वजूद में आई है तब से सैंकड़ों ऐसे मामले सामने आए हैं जब सुषमा स्वराज एंड टीम ने विदेशों में फंसे भारतीयों की मदद और उनके बचाव के लिए आगे आई है।
नि: संदेह सरकार की सक्रियता से विदेशों में बसे भारतीयों में एक नया विश्वास और भरोसा बहाल हुआ है वरना परेशानी में पहले भी भारतीय रहे होंगे, लेकिन सुर्खियां अखबारों की अब ही देखने को मिल रही हैं।
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