रविवार, 29 मार्च 2015

विराट कोहली कहीं अगला विनोद कांबली तो नहीं?

यह विराट कोहली कहीं अगला विनोद कांबली तो नहीं निकलेगा, जिसमें अब कोई शक की गुंजाइश नहीं बची है? 

कांबली भी बहुत ही धाकड़ और विस्फोटक बल्लेबाज था, लेकिन खूबसूरत गर्लफ्रेंड/बीवी की दीवानगी ने उसे नकारा बना दिया वरना सचिन-कांबली की करिश्माई जोड़ी को कौन भूल सकता है?

हालांकि गर्लफ्रेंड/ बीवी के दीवानों की हमारे इतिहास में लंबी फेहरिस्त है! इनमें महाकवि कालीदास और तुलसीदास की कथा सर्वोपरि है।

काश! कोहली की दशा कांबली जैसी न हो? और अनुष्का में तुलसीदास और कालीदास की पत्नियों की रुह समा जाये ताकि भारतीय टीम का एक होनहार बल्लेबाज को सुरक्षित बचाया जा सके, आमीन!
#ViratKohli #AnushkaSharma #LoveAffair #WC2015 #Controversy #Girlfriend

शुक्रवार, 27 मार्च 2015

केजरीवाल का दंभ और अह्म आया सामने, सहयोगियों को कहा साला और कमीना!

वाह रे केजरीवाल! एक आडियो स्टिंग में अह्म और दंभ से भरे केजरीवाल पार्टी नेता व सहयोगी योगेंद्र यादव, प्रो.आंनद कुमार, प्रशांत भूषण को कमीनपंथी की पदवी से नवाज रहें हैं और उन्हें कमीना और साला कहते हुए लात मारकर पार्टी से बाहर निकालने की बात कह रहें हैं।

यह क्या कर लिया दिल्लीवालों, ये किसे चुन लिया है आपने, जो इतना बड़ा दंभी और तमीजदार है कि गली के गुंडों की तरह बर्ताव कर रहें हैं! दिल्लीवालों आपने तो भस्मासुर को अपने सिर पर ही बिठा लिया है!

देखिये जी न्यूज पर देखिये केजरीवाल के बोल-

ये आम आदमी पार्टी है या मछली बाजार?

ये आम आदमी पार्टी है या मछली बाजार, जिसे देखो बोली लगा रहा है कितने में और कैसे बिके केजरीवाल? 

हालांकि मैं शुरू से जानता था कि यह पार्टी नहीं, एक ऐसे लोगों का समूह है जो चिकनी-चुपड़ी बातों से राजनीति नहीं, खुद को दुरूस्त करने आये थे और दूसरे की थाली में ज्यादा घी देखकर बिलबिला रहें हैं?

धन्य है दिल्ली की जनता, क्योंकि अब 5 साल तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता! क्योंकि 49 दिनों का ट्रेलर देखने के बाद 5 साल वाला फिल्म देखने के लिए जनता खुद जिद करके थियेटर में घुसीे है?

#Kezriwal #aap #YogendraYadav #PrashantBhushan #5SaalKezriwal

मंगलवार, 24 मार्च 2015

जय हो लोकतंत्र, आईटी एक्ट धारा-66A की दर्दनाक मौत!

जिस नेता के खिलाफ बोलना हो, दिल खोलकर लिखिये और बोलिये, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की उस धारा को ही रद्द कर दिया है, जिसको आधार बनाकर देश के खिलंदड़ टाइप के नेता अपना बचपना दिखाते रहे थे, जय हो लोकतंत्र!

गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की धारा -66A को पूरी तरह से रद्द कर दिया है, यानी अब सोशल मीडिया पर किसी भी नेता पर टिप्पणी करने पर किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकेगी।

याद होगा, अभी हाल ही में सपा के बड़के और भड़काऊ बयीनों वाले नेता ने एक 13 वर्षीय लड़के की गिरफ्तारी इसलिए करवा दी थी, क्योंकि उसने आजम खां के खिलाफ सोशल मीडिया में चल रहे एक बयान को महज शेयर किया था!

#ITAct #66A #SupremeCourt #RightToExpression

रविवार, 22 मार्च 2015

क्या आप वहीं करते हैं जो दिल कहता है, जिसकी जरुरत होती है?

मैं तो वहीं करता हूं जो जरूरत से जुड़ी होती है या जिसमें पर दिल आ जाये, वह नहीं करता जिसकी जरुरत नहीं या जिसमें दिमाग लगाना पड़े?

हालांकि मैंने देखा है कि लोग बाग देखा-देखी और दूसरों की नकल में अपनीं अधिकांश ऊर्जा और धन खर्च कर देते हैं।

मसलन, युवक-युवतियां सिगरेट, अल्कोहल और फैशन की लत दिलों और जरुरतों से नहीं, बल्कि देखा-देखी, नकल, फैशन और टशन के लिए पाल बैठते हैं?

लेकिन रिकॉर्ड कहते हैं कि 90 फीसदी युवक-युवतियां सिगरेट, अल्कोहल और फैशन को अपनी जिंदगी में दिल और जरुरत से शामिल नहीं करते, बल्कि टशन और नकल के कारण शामिल करते हैं, जबकि 5 फीसदी लोग फस्ट्रेशन और 5 फीसदी आनुवांशिकी इस नशे के शिकार होते हैं!
#Addiction #Fashion #Nicotine #Alcohol

गुरुवार, 19 मार्च 2015

Industry doesn't entertain such jerk who love to called himself a journalist?

I really fed up media, Not journalism? Media don't does job pro people, its only attached with pro market, its attached with pro benefit, not pro problem of India or people?

No No...its not true? that my eye opened now? after 10 years journey of journalism?

My eyes were open since joined this journey but don't want to make such immature statement from beginning of career, but now I'm OK with my statements.

Someone who want to change the world and wanna work for betterment for country, there were no place for them.

Because industry called media doesn't allow and entertain such jerk who love to called himself a journalist.

मंगलवार, 17 मार्च 2015

किसको मूर्ख बना रहीं हैं सोनिया गांधी एंड पार्टी?

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने कौड़ियों के भाव किसानों की जमीन हथिया ली, वो सोनिया आज किसानों की जमीन के लिए मोर्चा ले रहीें हैं? ये तो वहीं बात हुयी कि सौ चूहे खाकर बिल्ली निकली हज को?

सोनिया जी, देश की जनता ने पिछले 10 वर्षों के यूपीए सरकार में आपके और आपके दामाद के किसान प्रेम और उनके प्रायोजित कार्यक्रम खूब देखे है!

ओ भाई, क्यों बेवजह दोबारा जनता को याद दिला रहे हो, जनता को दोबारा याद आ गया तो कांग्रेस और साथ खड़ी सभी विपक्षी पार्टियों का आने वाले चुनावों में हाल बुरा होना तय होयेगा?

क्योंकि कांग्रेस के साथ खड़ी अधिकांश पार्टियां यूपीए सरकार में सहयोगी रहीं है और कांग्रेस के 10 वर्षों के पाप की पूरी भागीदार रहीं हैं?
#UPA #Congress #Scam #RobertVadra #LandScam

भूमि अधिग्रहण विधेयक के भरोसे चुनावी भूमि तलाशने में जुटा पूरा विपक्ष !

भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने वाले कांग्रेस और समूची विपक्षी पार्टियों की जमात विधेयक के लिए नहीं, बल्कि अपने वजूद के लिए सड़कों पर जद्दोजहद को मजबूर हैं?

विधेयक के विरोध में शामिल पार्टियां पिछले 10 वर्षों से देश को लूट कर खा गई कांग्रेस नीत यूपीए सरकार की हिस्सा रहीं हैं।

बात चाहे वाम दल की करें या सपा, बसपा, आरजेडी, डीएमके और टीएमसी हो, सभी यूपीए सरकार के साथ गठबंधन में रहीं हैं, जो विरोध में मजबूरन इसलिए शामिल हुयीं हैं ताकि राज्यों में मोदी लहर को रोका जा सके।

जदयू की समस्या भी यही है ताकि निकट बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को किसान विरोधी बताकर किसानों का वोट हासिल किया जा सके?

सवाल है कि क्या भूमि अधिग्रहण विधेयक सचमुच किसान विरोधी है या लुट-पुट चुकी कांग्रेस व अन्य दल देश को गुमराह करके अपना उल्लू साधने की कोशिश कर रहीं हैं?

कांग्रेस और तमाम विपक्षी पार्टियों की यह लड़ाई और मार्च देश के उन किसानों के लिए कम खुद के वजूद के लिए अधिक है, क्योंकि जिस विधेयक को लेकर पार्टियां नूराकुश्ती कर रहीं हैं, अधिकांश किसानों को इसकी समझ ही नहीं है!

#LAB #LandAccusationBill #भूमिअधिग्रहणविधेयक 

शुक्रवार, 6 मार्च 2015

I support banning such video viewing who spreads negativity!

I support government for banning of such documentary for public broadcast because the ban on 'India's daughter' documentary was an approach to restrict a voice of brutal face of criminals mind towards society for optimistic world.

You never be a good parents to allow your kids to watch negativity of life, parents can educate them via two way communication but freely and publicly broadcasting such negativity to everyone not positive approach.

An vedio viewing impacts are always greater then word and an immature mind will hurt hugely via negativity propaganda beyond our expectations.

Government are parents of country and they have all right to take decision and serve banned like parents, be lives in democracy..so raise your voice but don't justify yourself on sake of mass.

#BBC #Documentory #Ban #Nirbhaya #Rape #Government #Media

गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

हमें लोक लुभावन नहीं, प्रगति सूचक बजट मिला है, शुक्रिया प्रभु!

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ऐतिहासिक रेल बजट पेश किया है। फस्ट्रेटेड विपक्ष को छोड़ दें तो पहली बार ऐसा रेल बजट पेश हुआ है, जो लोकप्रिय और परंपरागत बजट से जुदा है।

रेल बजट 2015 एक प्रगति सूचक और संकेतक बजट है, जिसमें कोई लोक-लुभावन घोषणाएं नहीं की गई हैं, बल्कि बुनियादी विकास और सुरक्षा को प्रमुखता दी गयी है।

वरना घोषणाएं तो प्रत्येक रेल बजट में रेल मंत्री करते आये हैं, लेकिन कितनों पर अमल हुए इसका किसी के पास हिसाब नहीं है।

ज्यादा दूर नहीं, पिछले 20 वर्षों में नयी ट्रेन चलाने की गयी घोषाणाओं को उठा कर देखेंगे तो पायेंगे कि रेल मंत्रियों द्वारा घोषित नयी ट्रेनों में से 1 फीसदी ट्रेनें भी ट्रैक तक भी नहीं पहुंची?

क्या आप ऐसी फिजूल घोषणाओं के आदी हो चुके है, जिसमें सिर्फ घोषणाएं हों, काम हो न हो?

भई, क्या आप घर बना कर फ्रीज, टीवी और कूलर खरीदते हैं या घर बनने से पहले खरीद लाते हैं और उसे बाहर छोड़ देते हैं?

नि: संदेह रेल बजट 2015 एक ऐतिहासिक बजट है, जिससे न भारतीय रेल में मजबूत आयेगी, बल्कि जैसा रेल हम चाहते हैं, उस ओर रेल कदम बढ़ायेगी!

लोकप्रिय और परंपरागत रेल बजट भारतीय रेल को गर्त में ही ले जाता, ऐसा नहीं करके देश को बचा लिया आपने ,शुक्रिया प्रभु!

#रेलबजट #सुरेशप्रभु #RailBudget #SureshPrabhu 

शनिवार, 21 फ़रवरी 2015

स्मार्टसिटी की अवधारणा विकास की एक प्रक्रिया है!

स्मार्टसिटी की अवधारणा विकास की एक प्रक्रिया है और चरणबद्ध तरीके से इसमें बिना किसी व्यवधान के होते रहना चाहिए। 

स्मार्टसिटी और बुलेट ट्रेन की अवधारणा को इसी तरह से लेना चाहिए जो व्यवहारिक ही नही, आवश्यक भी है, क्योंकि विकास हमेशा उत्तरोत्तर होता है और समानान्तर विकास की परिकल्पना बेमानी है कि जब सब एक समान हो जायेंगे तब आगे बढेंगे या कुछ नया करेंगे।

मसलन, हम मोबाइल फोन का आविष्कार तब तक ना करें, जब तक टेलीफोन सबके घर न पहुंचा दें , ऐसा सोचना और उसको मूर्तिरुप देना मूर्खतापूर्ण है।

सच्चाई यह है कि आज मोबाइल के आविष्कार ने टेलीफोन को एंटीक बना कर रख दिया है। ठीक इसी तरह स्मार्टसिटी की अवधारणा उतनी ही मौजू है, जितनी झुग्गी को तोड़कर फ्लैट निर्माण करना है ।

स्मार्टसिटी की अवधारणा का यह मतलब यह नहीं कि विकास गडमड्ड हो जायेगा, ऐसा सोचेंगे तो एअरप्लेन पर यात्रा मुश्किल हो जाती और हम बैलगाड़ी से चल रहे होते?

स्मार्टसिटी की परिकल्पना को विकास की तरह देखना चाहिए, जैसे औद्योगिक विकास के लिए ऩयी तकनीकी और कलपुर्जों को साथ लेकर चलना पड़ता है, वैसे ही स्मार्टसिटी को देखना चाहिए| एक साधारण उदाहरण से समझिए-

एक अनपढ़ किसान अपनी दिनचर्या में ईश्वर की पूजा 24 घंटे करता है, लेकिन 8वीं पास उसका बेटा 24 घंटे में से महज 2 घंटे ही पूजा करता है और बाकी समय वह खेती किसानी के कार्य के नवोन्मेष में लगाता है जबकि अनपढ़ किसान का पोता यानी 8वीं पास बेटे का बेटा, जो शहर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है वो ईश्वर को सिर्फ कुछ सेकेंड ही दे पाता है।

अब आप कैसे कह सकते हैं कि किसान, किसान का 8वीं पास बेटा और 8वीं पास बेटे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटे में से कौन भगवान का सबसे बड़ा भक्त है?

भक्ति और विकास एक दूसरे के पूरक है, इंसान भक्ति में अधिक समय तब तक देता है जब तक वह अज्ञानी है और ज्ञान ही वैयक्तिक, सामूहिक और सारगर्भित विकास के लिए जरूरी है ।

शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2015

केजरीवाल साब, मॉर्निंग वॉक ही करेंगे?

केजरीवाल साब, मॉर्निंग वॉक ही करेंगे या कुछ काम भी करेंगे? आज पूरे एक हफ्ते हो गये, लेकिन न बिजली सस्ती हुई, न फ्री वाईफाई और न ही फ्री पानी पर अभी तक कोई पहल दिखी है?

हालांकि पिछली सरकार में केजरीवाल ने एक हफ्ते में ही बिजली, पानी और घूसखोरी कम करने की घोषणायें कर चुके थे?

क्या हुआ केजरीवाल साब, दिल्लीवालों को दांत खाने वाले ही दिखाये थे या दिखाने वाले?

हालांकि अभी तो आप दिल्लीवालों को यह कह कर ठेंगा भी दिखा सकते हो कि सब सिसोदिया देख रहें हैं और वहीं जबाव देंगे, क्योंकि मेरे पास कोई मंत्रालय नहीं है।

गुरुवार, 19 फ़रवरी 2015

जीविका कमाने के लिए पत्रकारिता ?

कभी-कभी सोचता हूं कि गलत प्रोफेशन में आ गया हूं , पत्रकारिता में भी दांव-पेंच और बनियागिरी करनी होगी तो शायद ही पत्रकारिता को बतौर करियर कभी चुनता, बनियागिरी ही करता?

पत्रकारिता भी नाप-तौल करके ही करनी थी तो बनियागिरी में क्या बुराई है, बनियागिरी में कम से कम आत्मा (जमीर) पर कोई बोझ तो नहीं रहता कि जो कर रहें हैं, वह पेशेगत सही है!

पत्रकारिता करियर में पूरे 9 वर्ष का मेरा कार्यकाल काफी संघर्षपूर्ण रहा, जहां खुद (नैतिकता) के वजूद की रक्षा-सुरक्षा के लिए कईयों को उनकी औकात भी बताई है और नौकरी को लात भी मारी है।

लेकिन तथाकथित बुद्धिजीवी कहते हैं कि प्रैक्टिकल होना चाहिए? चिपकना नहीं चाहिए, इससे विकास रुक जाता है? सवाल है किसका विकास?

जीविका कमाने के लिए पत्रकारिता ? विकास के लिए पत्रकारिता? दोनों में से हम किसका चुनाव करते हैं? यही पत्रकारिता की दशा और दिशा तय करने वाले हैं?

मैं तो तैयार हूं, लेकिन क्या आने वाली नई जनरेशन इससे तालमेल बिठा पायेगी, जिसे उदाहरण तलाशने के लिए गूगल बाबा की शरण लेनी पड़ेगी?

क्योंकि ऐसी प्रजाति वाले पत्रकार विलुप्त होने के कगार पर हैं और कोई हैरिटेज सिक्युरिटी स्कीम भी नहीं है?
#पत्रकारिता #जर्नलिज्म #Journalism #Journalist #Ethics #नैतिकता

बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

सुना है दिल्ली में स्वाइन फ्लू टेस्ट सस्ता हो गया है ?

नाशपीटे केजरीवाल, पहले तू ये इंतजाम कर दिल्ली में स्वाइन फ्लू के संक्रमण न फैले, जो कि सबसे कम है, और दूसरा कौन सा आम आदमी 4500 रुपये टेस्ट के लिए चुका सकेगा?

सच तो यह है कि आम आदमी टेस्ट के लिए 4500 रुपये खर्च करना तो दूर , जुटाने में ही ऊपर निकल जायेगा?

बकलोल, कुछ दिन ही सरकारी कैंप लगवा कर मुफ्त टेस्ट करवा लेता? वरना कुछ तो तुम्हारे वोटर्स 4500 रुपये सुनकर ही टेस्ट नहीं करवा सकेंगे?

केजरीवाल, तू खाक आम आदमी को समझता है, तुझे अगर दिल्ली वालों में महामारी स्वाइन फ्लू के संक्रमण को रोकना ही है, तो टेस्ट को फ्री कर देता ताकि आम और खास सभी तुरंत चेक करवा सके और दिल्ली को संक्रमण से अधिक सुरक्षित रखा जा सकता था?

लेकिन तू तो लगता है संक्रमण को रोकना नहीं, संक्रमण का खौफ फैलाकर लैब ऐजेंसियों को पैसे कमाने का अवसर दे रहा है, लानत है ऐसी आम आदमी सरकार पर!

#केजरीराग #मुफ्तखोर #KezriRaag #DilliWale #Freebies

मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

केजरीवाल फिर बनने चला PM, सिसोदिया को सौंपा काम!

ई का हुआ...5 साल केजरीवाल तो बस जुमला बन के रह गया? ई तो 5 साल सिसोदिया हो गया।

साला फिर केजरीवाल ने दिल्ली वालों का चूतिया काट दिया, ई ससुरा केजरीवाल CM बन के राजी नहीं, इसे तो PM ही बनना है?

सुना है ससुरे ने कौनों जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया है और सारा बोझ सिसोदिया पर लाद दिया है ..

यानी सिसोदिया दिल्ली वालों को मूर्ख बनावेगा और केजरीवाल एक बार PM बनने के लिए पूरे देश को मूर्ख बनाने निकलेगा?

बहुत तरस आ रहा है दिल्ली के मतदाताओं पर... केजरीवाल ने कैसा मूर्ख बनाया ?

केजरीवाल जानता है कि वो दिल्लीवालों को किये वादों को कभी पूरा नहीं कर पायेगा इसलिए कोई मंत्रालय नहीं लिया...ताकि ससुरे पर कोई कुछ कह नहीं पावेगा और केजरीवाल खुद भी सिसोदिया को डांट कर पल्ला झाड़ते हुए दिल्लीवालों का चूतिया काट देगा!

तो दिल्लीवालों अब तो तुम्हारी लग गई, क्योंकि जिस पर भरोसा करके आपने AAP को अपने वोट दिये थे, उसने तो हाथ धो लिए और वह PM बनने फिर दिल्ली छोड़कर निकल लिया!

#केजरीवाल #दिल्ली #Kezriwal #AAP #Delhi

शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2015

फ्री WIFI पर दिल्लीवासियों को मिला तगड़ा झटका!

फ्री WIFI की बाट जोह रहे दिल्ली वासियों को जैसे ही पता चला कि केजरीवाल 24 घंटे में महज 30 मिनट ही WIFI फ्री देगा तो देखिये दिल्ली वालों ने कैसा ठगा हुआ महसूस किया और कैसे AAP पार्टी की खिल्ली उड़ाई और उनके वादों का कैसा मजाक बनाया है।

नीचे देखिये फेसबुक पर दी गई कुछ मजेदार टिप्पणी-

"दिल्ली में मिलेगा सिर्फ 30 मिनट फ्री Wi-Fi, उसमे
भी सिर्फ Govt की साईट खुलेगी। साला छोटी गंगा बोल के नाले में कूदा दिया बे!"

"ye to abhi shuruat hai..aage aage dekho delhi valo ki lottery lagne vali hai :p

Congratulations Delhi walo, "C#utiya" kata hai :P"

"may AAPian  look .gov website for upcoming 800000 jobs for delhi people :P :P :P or vacany for teachers in 500 schools or how much water they consume in a day ..may also download their own cctv footage  for selfie from that 1500000 ctv camera :P :P :P"

"दिल्ली वालो की हालत जुदाई फ़िल्म के जॉनी लीवर जैसी हो गई !!
दुल्हन का घूंघट उठाते ही दुल्हन बोली " अब्बा डब्बा चब्बा"

"चार दिन पहले तक "15 लाख...15 लाख" चिल्लाने वाले  टोपी वाले  अब "15 लाख CCTV, 10 लाख पक्के मकान, और 8 लाख नौकरियां" सुनकर ऐसे बिलबिलाता उठते हैं जैसे उन पर किसी ने पेट्रोल डाल दिया हो ...."

"ye toh chutzpa ho gaya..! koi nai aadat daal lo this is the first one , many more to come."

"WiFi 30min, Paani 15 min Bijlee 5 min aurEntertainment 5 saal!!!! # 5saalkejribawal"

"dehli walon kejriwal tumhari keh ke lega :p"

"अभी तीस मिनट के लिए फ्री वाईफाई दे रहे हैं केजरीवाल, कल को ये भी कह सकते हैं कि मुफ्त पानी सिर्फ g.... धोने के लिए ही मिलेगा।"

"ab AAPtards ki topi par likha hoga-"मुझे चाहिए सम्पूर्ण वाई फाई"!"

"U-Turn No 1......many more to follow"

"Voting for AAP was subject to Delhiwala's risk... Please you should have read the documents (manifesto)before voting."

"Ye afwaah kaun uda raha hai...ki ghar ki chhat par jhaadu latkaane se free WiFi network milega."

"yeh lulz ho gaya dilliwalo ke sath, lekin party toh abhi suru huyi hai :D"

"Dear Aaptards, Wifi Ke baare me suna? Hahaha... kejru tum sabko C bana gaya.. #BellMuft"

"Ohh...ni de re kya koi b FREE thngz... :/ m toh dilli shift hone soch ri thi..o_O awww me. :/ :("

"Sab ko milga free me.. baba ji ka thullu.. :D"

"जिसको wifi फ़्री करना है वो जाके अपनी भैंस चराए !! :D"

"Hahaha...yeh toh 22 karat waale offer jaisi baat hogayi..
Socha 22 Karat Gold, aur mile 22 Carrots (Gajar)"

"Delhiwalas maze hain tumhare #5SaalJhelo"

"haha , lo ji aur vote karo free free free ke chakkar mein.. mila baba ji ka thullu :D"

"Ab to koi opposition v nai hai kon bachayega dlhiwalo ko ye sb torture se.....democracy ko autocracy me badal diya dlhiwalo ne.."

"Ye to hona he tha.
Waise ye adhuri khabar hai puri khabar ye hai ki.
1).Free pani milega sirf hath dhone k liye.
2).Bijali bhi free milega but sirf mobile charge karne k liye."

"C.M is angain bcome C.A
Kajriwal Condition Apply."

"Yeh toh shurwat hai dekh aage aage kaise Chutiya banata hai"

"I hope they don't give water also like this. Thirty minutes water or stay dry all day!  Aap cheat")

"Dilliwalo ye toh LOL 😁 ho gaya"

"Bhai logon itne me toh irctc ki site khulegi bhi nahi."

"अब दिल्ली की हालत उस लड़की की तरह हो गयी है, जिसे एक बेरोज़गार लड़के ने चाँद तारों के सपने दिखा कर ब्याह तो कर लिया....पर घर लाके बता रहा है कि..."......सब कुछ लाऊंगा बेबी अगर पापा पैसे देंगे तो.."
http://indianexpress.com/article/cities/delhi/aap-proposes-wifi-access-across-delhi/

बुधवार, 11 फ़रवरी 2015

हम तो ऐसे हैं भैय्या?

दिल्ली चुनावों का सबसे अच्छा विश्लेषण वाशिंगटन पोस्ट ने किया है, अख़बार ने लिखा है की भारत की जनता मुफ्त में हर चीज पाना चाहती है, यही कारण है की भारत में इतनी बेकारी और गरीबी है।

अखबार ने आगे लिखा है, अच्छा है कि अमेरिका में अभी यह ट्रेंड शुरू नही हुआ वरना अमेरिका दिवालिया हो जायेगा ?

अखबार के मुताबिक जैसे यूपी में एक पार्टी ने मुफ्त में लैपटॉप और सिर्फ १००० रुपये यानी आठ डालर महीने देने का वायदा करके बम्पर जीत हासिल की, तमिलनाडु में एक पार्टी में जूसर मिक्सर ग्राइंडर देकर जीत हासिल की!

अखबार कहती है कि लेकिन जनता को सोचना चाहिए कि कोई भी पार्टी यह अपने पार्टी फंड से नही बल्कि सरकारी फंड से ही देती है जो जनता के टैक्स से ही आता है!

अखबार रिपोर्ट कहती है कि यदि सरकारी खजाने से बांटे गये मुफ्त पैसे विकास कार्यो में खर्च होते तो आज भारत बहुत आगे होता?

"आप" से हारने के लिए चुनाव लड़ रही थी बीजेपी?

मुझे लगता है बीजेपी दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीतने के लिए नहीं लड़ रही थी और वह महज लड़ाई दिखाने के लिए लड़ाई का माहौल तैयार कर रही थी?

पार्टी केजरीवाल के संदर्भ में हमेशा से ही ढीली रही, वरना चुनाव में देरी, ऐन वक्त रणनीति में बदलाव और प्रचार कैंपेन में निगेटिविटी बीजेपी और मोदी-अमित शाह की शैली कभी रही नहीं है?

दिल्ली विधानसभा के इस चुनाव में पार्टी भली भांति से दिल्ली में ऐसे टर्न आउट की संभावना चाहती थी और उसने वोटरों को पुकारा तो जरूर पर ललचाया नहीं? यही नहीं, बीजेपी ने केजरीवाल को जानबूझ कर अंडरडॉग की तरह पेश किया? हर वो निगेटिव प्रचार-प्रसार किया जिससे केजरीवाल के प्रति जनता का ऑटोमेटिक जुड़ाव पैदा हो और हुआ!

बीजेपी ने चुनाव रणनीति और कैंपेन में जितनी तब्दीली दिल्ली विधानसभा चुनाव में की है, ऐसे उदाहरण विरले ही देखने में मिलता है? चुनाव घोषणा पत्र की विजन डॉक्युमेंट इनमें से एक है?

मतलब..बीजेपी ने लड़ाई में बने रहने के लिए साम, दाम, दंड और भेद सारे इस्तेमाल किये, लेकिन चुनाव हारने के सारे इंतजाम पहले ही कर दिये थे। (अब सवाल है कि आखिर बीजेपी चुनाव हारना क्यों चाहती थी ? इसकी चर्चा अगले लेख में करेंगे!)

क्योंकि दिल्ली की जनता ने मोदी को अंडरडॉग बनाये जाने की दशा में लोकसभा चुनाव में दिल्ली की कुल 7 सीटें जितवा कर दी थी, ठीक वैसे ही मंसूबे बीजेपी ने केजरीवाल के लिए तैयार किया और केजरीवाल अब दिल्ली के सीएम बनने जा रहें हैं!

आप खुद देखेंगे, यह लैंडस्लाइड जीत केजरीवाल की नहीं ,जनता की है, जो केजरीवाल को हर हाल में सीएम बनना चाहती थी?

वरना कौन कह सकता था कि केजरीवाल एंड पार्टी 70 विधानसभा सीट में से 67 सीट जीत सकेंगे, बकवास भले कोई कर ले? हालांकि बीजेपी इतनी बुरी हार वहीं चाहती थी, लेकिन जनता का जनादेश ऐसे ही मिलता है, उन्हें याद है उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर अकल्पनीय 73 सीटों पर जीत?

कांग्रेस को छोड़िये, निर्दलीय तक को भी वोट नहीं देना, दिल्ली का एग्रेशन ही है कि कोई चांस नहीं लेना था और लैंडस्लाइड जीत बताता है कि उन्होंने किस शिद्दत से केजरीवाल को वोट किया है?

केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के जो खिलंदड़े टाइप के नेता हैं अगर इस जीत को अपनी जीत मानने की भूल करते हैं तो उनके और उनकी पार्टी के लिए यही 5 साल कब्रगाह भी साबित हो जा़येगा?

जाहिर है जीत पर इतराने से बेहतर है कि जीत की खुमारी से केजरीवाल एंड पार्टी के नेता निकले और ईमानदारी और मेहनत से दिल्ली को किये वादों को पूरा करने में सर्वस्व लगा दें ,क्योंकि वोटर किसी का सगा नहीं होता?

 #AAP #Kezriwal #Delhipoll #BJP #Modi

दिल्ली छोड़, अब पंजाब को जीतेगी आम आदमी पार्टी ?

आम आदमी पार्टी के बड़बोले नेता और कविराज कुमार विश्वास का कहना है कि पार्टी पंजाब विधानसभा का चुनाव भी लड़ेगी? 

ऐसे चाल-चरित्र के चलते पूरे देश की जनता ने लोकसभा चुनाव में पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया था और अभी एक चुनाव जीते नहीं कि कुमार विश्वास जैसे छिछले (नेता?) कड़ाही में पड़े पकौड़े की तरह फूलने लग गये?

कविराज जी, दिल्ली की जनता ने साम्राज्य विस्तार के लिए वोट नहीं दिया है, अब भौकाल का काम गया, काम करो, जिसके लिए जनता ने सबको छोड़कर तुम्हारी पार्टी को मौका दिया है।

याद रखो...जो मुफ्त का सब्जबाग दिल्ली की जनता को तुम लोगों ने दिखाया है उसको पूरा करना पड़ेगा, वो कैसा पूरा करना है उसकी सोचो, पंजाब का चुनाव अभी दूर है?

पहले दिल्ली में किये वादे पूरी करके दिखाओ फिर कहीं और की सोचो? कुछ सांस ले लो...मियां कुमार विश्वास, बयान देने और गाली देने का वक्त निकल चुका है, अब काम करो वरना जनता आती है?
  #AAP #Kezriwal #DelhiPoll #BJP #Congress #KumarBiswas

मंगलवार, 10 फ़रवरी 2015

Kezriwal will exposed if not able to fulfill his promises!

AAP leader Arvind Kezriwal will exposed early if he get chance to form government again and whoever voted him will shouted first if he failed to fulfill his proposed promises.

Kezriwal make lots of false promises in his election campaign that can't be fulfill under limited power and budget of Delhi territory, Because Delhi are not state, and such things people couldn't understand.

Although, It is the basic interest of democracy that such government early go down as rise who doesn't have vision. So chill out...see whatever happened at 10 February and have ready to taste of D-Democracy.