शुक्रवार, 3 जुलाई 2015

ईमानदार राजनीति की बात करने वाले अब लालची हो गये?

केजरीवाल एंड पार्टी के विधायकों की हरकतों को देखकर ऐसा लगता है कि विधायक राजनीतिक पार्टी में नहीं, किसी बाराती बस में घुस गये हैं!

विधायकों की सैलरी में वृद्धि को लेकर नये-नवेले विधायक ऐसे बारातियों जैसे छीना-झपटी पर उतारू हो गये हैं कि मानों अभी नहीं लाइन में लगे तो फिर दूसरे बारात (विधानसभा चुनाव) का इंतजार करना पड़ेगा?

आप के होनहार आप विधायक राघव चड्ढा और कईयों ने सैलरी बढ़ाने के लिए कई ऊल-जुलूल तर्क भी देने शुरू कर दिये हैं। एक विधायक ने कहा कि विधायकों को 1 लाख अधिक तो शादियों में निमंत्रण देने में खर्च हो जाते है?

समझ नहीं आ रहा है कि ये कौन लोग हैं? क्या वही लोग जो इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन से निकले थे, जो देश बदलने के लिए अपने घरों से यह कहकर निकले थे कि वे ईमानदारी की राजनीति करने निकले हैं?

और विधायक बन गये तो ईमानदारी छोड़कर लालची बन गये हैं और सैलरी बढ़ाने के लिए बेहूदा और अजीबोगरीब तर्क गढ़ रहे हैं । दिल्लीवालों तुम्हारी तो लग गई और दो उंगली, ये तुम्हें बेंच खायेंगे!

#Kezriwal #AAP #SalaryHike #PowerBill #AAPMLA

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