गुरुवार, 2 जुलाई 2015

आखिर कितने मुलजिम और मुजरिम का अंतर जानते हैं?

शिव ओम गुप्ता
बहुत कम लोग मुलजिम और मुजरिम का अंतर समझते हैं।  यानी आरोपी और दोषी दोनों होने में जमीन-आसमान का फासला है, लेकिन भारतीय मीडिया इस अंतर को पाटने में लगी है।

कल खबर थी कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के कारण एअर इंडिया की फ्लाइट लेट हो गई ? चैनलों ने हो-हल्ला और हंगामा किया और छिछले टाइप के नेताओं ने चमत्कारी बयान भी दे डाले।

कुछ ही देर बाद एअर इंडिया की ऑफिशियल रिपोर्ट ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण फ्लाइट की उड़ान 57 मिनट देरी से हुई। चारो तरफ सन्नाटा...कोई भी नेता और मीडिया चैनल ने गलत बयानी या रिपोर्टिंग के लिए माफी नहीं मांगी?

एक बार फिर गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू को लेकर बिना फैक्ट चेक किये, बिना एअर इंडिया से संपर्क किये स्वघोषित तेजतर्रार मीडिया चैनलों ने खबर चला दिया है कि उनकी वजह से एअर इंडिया की फ्लाइट रोक दी गई जबकि इसका स्पष्टीकरण पहले ही हो चुका है कि फ्लाइट सुबह11:40 एक घंटे पहले उड़ान भरेगी?

अब मीडिया को खबरों में मसाला चाहिए तो लगाइये और ककड़ी की तरह रगड़कर  खाइये और खिलाइये, कद्रदानों की कमी नहीं है।

आम आदमी पार्टी के नये-नवेले नेता दिलीप पांडे तो ऐसे बावले हो गये कि ऊलू-जुलूल बकवास करने लग गये, लगा जैसे इस मामले पर बकवास करके राज्य प्रवक्ता से राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिये जायेंगे?

#Media #KirenRijuju #AirIndia #Accused #Victim

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