रविवार, 11 अक्तूबर 2015

प्रगति पथ पर है भारत, बस लाभ से कोई वर्ग वंचित न रहे?

शिव ओम गुप्ता
किसी भी देश की खुशहाल जनता ही उस देश की तरक्की और प्रगति का पैमाना होती है और भारत की तो बात ही अलग है।

हम सभी जानते हैं कि किसी भी समाज के उत्थान के लिए वहां रह रहे प्रत्येक वर्ग विशेष को एक समान शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसी मूल जरूरतों को मुहैया कराना जरूरी है।

लेकिन भारत देश कई मामलों में अलहदा है, क्योंकि यहां के लोग अनुकूल और विपरीत परिस्थितियों में भी मेहनतकश होते हैं, फिर चाहे वह मध्यम वर्ग हो अथवा गरीब वर्ग?

यानी सरकार अगर देश की बीमारी, बेकारी और बेचारगी को दूर करने में कदम उठाती है तो मेहनत करके ऊपर उठना और आगे बढ़ना हमारे देश की जनता अच्छी तरह से जानती है।

मौजूदा मोदी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा के लिए पहली बार ऐसे कई कदम उठायें  है, जो अगर देश के हरेक नागरिक तक पहुंच गये तो विकास ही नहीं, विकास की अम्मा, नानी और दादी को भी आने से कोई रोक नहीं सकता है।

देश में पहली बार एक अभियान की तरह शुरू हुए जन धन योजना के तहत गरीब से गरीब लोगों का बैंक खाता खुलना एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे सरकारी सहायता जरूरतमंदों को बिना बिचौलियों को सीधे उन्हें मिलने शुरू हो चुके हैं।

बैंकिंग सुविधा से गरीब और मध्यम वर्ग को एक तरफ जहां सरकारी मदद और योजनाओं के लाभ सीधे मिलने शुरू हो गये हैं, दूसरी तरफ 1 रुपये प्रतिमाह की सस्ती दुर्घटना बीमा, 230 रुपये प्रतिमाह में पेंशन योजना से उनकी सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य की अनिश्च्तता की चिंता पर विराम लगा दिया है।

मोदी सरकार की चुनौती बस इतनी सी है कि वह शुरू किये सभी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ प्रत्येक वर्ग तक पहुंचाये और उसके अमल में भी तेजी लाये, ताकि उक्त योजनाओं से जुड़े जरूरतमंदों को उनकी जरूरत पर किसी का मुंह न देखना पड़े।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें