शनिवार, 7 नवंबर 2015

असहिष्णुता की पीपड़ी से शुरू हुआ 'कांग्रेस बचाओ' अभियान फेल

अरुंधती राय और इरफान हबीब जैसे भारत विरोधी कुख्यात लोगों ने कांग्रेस प्रायोजित तथाकथित असहिष्णुता (Intolerance) की नौटंकी शामिल होकर न केवल इसकी हवा निकाल दी है बल्कि इसकी प्रसांगिकता पर भी सवाल उठा दिये हैं।

दिलचस्प बात यह है कि असहिष्णुता की नौटंकी के जरिये 'कांग्रेस बचाओ' अभियान की शुरुआत करने वाली सोनिया गांधी पर आज क्या बीत रही होगी?  सोनिया गांधी न इन्हें अब रोक सकती हैं और न उन्हें भगा पा रहीं हैं।

शायद इसे ही कहते है बुरी नीयत से शुरु किये हुये कामों का अंजाम हमेशा ही बुरा होता है और सोनिया गांधी आप तो असहिष्णुता की पीपड़ी से देश में अराजकता फैलाने से भी नहीं चूक रहीं?

सोनियाजी, ऐसा क्या पुत्र मोह, जो देश की शांति और समरसता से ऊपर हो गया? सॉरी मैं किससे बात कर रहा हूं, जो देश का ही नहीं है।

#Intolerance #Congress #MarchForIndia

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