शिव ओम गुप्ता |
यानी 'धरना' अब 'धर्म परिवर्तन धरना' से जाना जायेगा, जिसको अपनी मांगे पूरी करवानी होगी, वे लोग अब धरना नहीं, बल्कि धर्म परिवर्तन धरना करेंगे?
गौरतलब है #जनलोकपाल के लिए धरना-प्रदर्शन करके केजरीवाल जैसे लोग मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गये और ऐसी पूरी संभावना है कि कल कुछ और लोगों का समूह सड़कों पर जनलोकपाल के लिए सड़कों पर कब्जा कर ले?
लेकिन इस बार वे धरना नहीं, बल्कि धर्म परिवर्तन धरना शुरू कर देंगे? और नारा होगा, " हमारी मांगे पूरी करो, वरना धर्म परिवर्तन कर लेंगे!
क्योंकि धरना-प्रदर्शन का माइलेज तो #केजरीवाल सरीखे तमाशाई ले उड़े, जिससे अब सामान्य आदमी का धरना-प्रदर्शनों से भरोसा उठ गया है इसलिए अब कुछ नया जुगाड़ करना ही पड़ेगा?
तो अब वैध-अवैध लोकतांत्रिक अधिकारों और हकों के लिए कुछ तमाशाई लोग अगर धर्म परिवर्तन धरना की अगुवाई करते दिखे तो आश्चर्य मत कीजियेगा।
क्योंकि धरना-प्रदर्शन के जरिये राजनीति में पहुंचे लोगों ने इसकी आत्मा को मलिन कर दिया है, जिससे अब धरने के उद्दश्यों पर प्रश्नचिह्न लग गया है, क्योंकि धरना-प्रदर्शनों में अब न जनता को भरोसा है और न ही देश के हुक्मरानों में भरोसा बचा है!
#Protest #Democracy #AAP #Kezriwal #Conversion
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें