मंगलवार, 19 मई 2015

राहुल बाबा, अब लॉलीपॉप का मतलब समझने लगे हैं किसान!

राहुल गांधी की नौटंकी लोग पहले भी देख चुके हैं, इसलिए कोई किसानों से उनके मिलने और तुरंत बाद प्रधानमंत्री को कोसने को लोग गंभीरता से नहीं ले रहें हैं?

जनता राहुल गांधी के ऐसे कई बार देख चुकी है और शहजादे जहां एक बार गये, वहां दोबारा कभी नहीं लौटे? कलावती तो बेचारी पुकारते-पुकारते थक गई!

मुझे तो राहुल गांधी के प्रायोजित कार्यक्रम 'किसान मिलन समारोह' के प्रोड्युसरों और डायरेक्टरों पर अधिक तरस आता है?

क्योंकि अगर राहुल गांधी किसान मिलन समारोह की नौटंकी को बाद बगैर बीजेपी व प्रधानमंत्री को गाली दिये निकल आते जो ज्यादा माइलेज मिलता और सहानुभूति भी मिलती मगर....

राहुल गांधी और उनके डायरेक्टर औक मेंटर यह भूल गये हैं कि किसान अब वो किसान नहीं रहे जो सेंटीमेंट और गांधी परिवार के नाम पर वोट किया करते थे?

 क्योंकि अब किसानी में भी नये जनरेशन के किसान आ चुकी है, जो लॉलीपॉप का मतलब समझने लगे हैं? तो कुछ और दिखाओ-और दिखाओ?

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#Modi #Farmers #Amethi

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