आज तक चैनल पर प्रसारित हो रहे एक लाइव कार्यक्रम 'स्मृति की परीक्षा' में प्रोग्राम के एंकर अशोक सिंघल को दर्शकों ने उस वक्त घेर लिया जब उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री से एक वाहियात सवाल पूछ लिया और फिर तो सिंघल साहब की जान पर बन आई और शो को बंद करना पड़ा!
सिंघल का सवाल नि:संदेह वाहियात था। उन्होंने स्मृति ईरानी से पूछा, " मोदी जी ने एक ऐसी कम पढ़ी-लिखी और कम उम्र महिला में क्या देखा कि उसे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री बना दिया?"
प्रोग्राम के शोर में जब मंत्री ने दर्शकों के सामने सिंघल के प्रश्नों को दोहराया तो बवाल मच गया और दर्शक जोर-जोर से हल्ला मचाते हुए एंकर अशोक सिंघल की कुर्सी तक पहुंच गये और सिंघल से माफी मांगने की अपील करने लगे।
दर्शकों के हाथों सिंघल शायद पिट भी जाते, लेकिन खुद #स्मृतिईरानी ने अपनी कुर्सी से उठकर सिंघल का बचाव किया और दर्शकों को समझा-बुझाकर वापस भेजा।
थोड़ी देर बाद जब प्रोग्राम फिर ऑन एअर हुआ तो ईरानी ने एंकर अशोक सिंघल से पूछा कि किया वे ऐसे सवाल किसी पुरुष से पूछते क्या?
सिंघल साहब पसीना-पसीना थे। सफाई देते सिंघल साहब खैर मना रहे थे कि आज वे लाइव प्रोग्राम में पिटते-पिटते बच गये।
टीवी पर बैठे पत्रकारों को पता नहीं क्यों गुमान हो गया है कि वे किसी से, कैसी भी भाषा में सवाल पूछ सकते हैं? यह निहायत ही टीवी पत्रकारिता का पतन है।
महिला सुरक्षा और मर्यादा की दिनभर दुहाई देने वाले चैनल के पत्रकार भूल जाते हैं कि पत्रकारिता ही नहीं, भाषा की भी मर्यादा होती हैं, जिसे दरकिनार करके पत्रकारिता नहीं की जी सकती है।
आजतक के उपरोक्त प्रोग्राम में एक और तथाकथित दबंग पत्रकार अंजना ओम कश्यप भी एंकरिंग कर रहीं थी, जो भीड़ को मंच पर आता देख प्रोग्राम छोड़कर भाग खड़ी हुईं।
आपको याद हो शायद? ये नही अंजना ओम कश्यप हैं, जो ऐसे ही टीवी पर एक चर्चा के दौरान एक नेता को उसकी औकात बताने लगी थीं, जिसकी खूब भर्त्सना भी हुई, लेकिन आज अशोक सिंघल उनसे भी दो कदम आगे चले गये।
#AAJTAK #SmritiIrani #Media #Live #WomenDiscrimination
सिंघल का सवाल नि:संदेह वाहियात था। उन्होंने स्मृति ईरानी से पूछा, " मोदी जी ने एक ऐसी कम पढ़ी-लिखी और कम उम्र महिला में क्या देखा कि उसे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री बना दिया?"
प्रोग्राम के शोर में जब मंत्री ने दर्शकों के सामने सिंघल के प्रश्नों को दोहराया तो बवाल मच गया और दर्शक जोर-जोर से हल्ला मचाते हुए एंकर अशोक सिंघल की कुर्सी तक पहुंच गये और सिंघल से माफी मांगने की अपील करने लगे।
दर्शकों के हाथों सिंघल शायद पिट भी जाते, लेकिन खुद #स्मृतिईरानी ने अपनी कुर्सी से उठकर सिंघल का बचाव किया और दर्शकों को समझा-बुझाकर वापस भेजा।
थोड़ी देर बाद जब प्रोग्राम फिर ऑन एअर हुआ तो ईरानी ने एंकर अशोक सिंघल से पूछा कि किया वे ऐसे सवाल किसी पुरुष से पूछते क्या?
सिंघल साहब पसीना-पसीना थे। सफाई देते सिंघल साहब खैर मना रहे थे कि आज वे लाइव प्रोग्राम में पिटते-पिटते बच गये।
टीवी पर बैठे पत्रकारों को पता नहीं क्यों गुमान हो गया है कि वे किसी से, कैसी भी भाषा में सवाल पूछ सकते हैं? यह निहायत ही टीवी पत्रकारिता का पतन है।
महिला सुरक्षा और मर्यादा की दिनभर दुहाई देने वाले चैनल के पत्रकार भूल जाते हैं कि पत्रकारिता ही नहीं, भाषा की भी मर्यादा होती हैं, जिसे दरकिनार करके पत्रकारिता नहीं की जी सकती है।
आजतक के उपरोक्त प्रोग्राम में एक और तथाकथित दबंग पत्रकार अंजना ओम कश्यप भी एंकरिंग कर रहीं थी, जो भीड़ को मंच पर आता देख प्रोग्राम छोड़कर भाग खड़ी हुईं।
आपको याद हो शायद? ये नही अंजना ओम कश्यप हैं, जो ऐसे ही टीवी पर एक चर्चा के दौरान एक नेता को उसकी औकात बताने लगी थीं, जिसकी खूब भर्त्सना भी हुई, लेकिन आज अशोक सिंघल उनसे भी दो कदम आगे चले गये।
#AAJTAK #SmritiIrani #Media #Live #WomenDiscrimination
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें