शिव ओम गुप्ता |
और वे कांग्रेसी मामले में दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश कर रहें हैं जिन्होंने #पुरुलिया में हथियार गिराने वाला कांड के दोषी #किमडेवी ( नील क्रिश्टियन निल्सन) को डेनमार्क सुरक्षित वापस भिजवा दिया और बोफोर्स टैंक घोटाले में दलाली करने वाले #ओटावियोक्वात्रोची को सुरक्षित इटली जाने दिया और #भोपालगैसत्रासदी में हजारों की जान लेने वाले यूनियन कार्बाइड चीफ #वॉरेनएंडरसन को भी देश से बाहर जाने के लिए खुला छोड़ दिया!
मुद्दों की कंगाली से जूझ रहे कांग्रेसी दिमागी दिवालियेपन की ऐसी शिकार हो गई है कि मानवीय आधार पर ललित मोदी की पत्नी के इलाज के लिए किये गये विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद में भी उन्हें मुद्दा नजर आ रहा है।
परंपरा रही है कि अपराधी के अपराध के लिए उसके पूरे परिवार को अपराधी नहीं ठहराया जाता है और विदेश मामले का मंत्री कैंसर पीड़ित के इलाज के लिए किसी भारतीय पति की पुकार को कैसा अनदेखा कर सकता था ?
कांग्रेस को ऐसे मुद्दों पर हाथ उठाना चाहिए, जिसमें राजनीतिक स्टंट नहीं, जनहित जुड़ा हुआ हो? क्योंकि ललित मोदी की पत्नी के इलाज के लिए पुर्तगाल भेजने के लिए सुषमा स्वराज द्वारा लंदन से अनुरोध करना एक मानवीय पक्ष है, जिसकी सराहना की जानी चाहिए।
कांग्रेस को अपने पक्ष की दोबारा जांच करनी चाहिए और शर्म से डूब मरना चाहिए, क्योंकि मानवीय सरोकार के लिए सबसे पहले इंसान होना जरुरी है और कभी भी बाप के अपराध के लिए बेटे को या पत्नी को सजा सुनाई जाती है क्या?
कांग्रेस को मालूम होना चाहिए कि ललित मोदी अगर 700 करोड़ रुपये के मनी लॉंडंरिंग के आरोपी हैं तो कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के सत्ता में रहते ललित मोदी देश छोड़कर कैसे भाग गया और मनमोहन सरकार ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया? बात करते हैं!
लगता है कांग्रेसी लोकसभा और कई विधानसभा चुनाव हारने के बाद दिमागी संतुलन खो चुके हैं? किसी भी मुद्दे पर तंबु गाड़कर बैठ जाते हैं और केजरीवाल जैसी हरकतें करने लगते हैं।
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